रसूल और नबी

 ﷽


अनवारे शरीअत (पोस्ट न. 04)

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Anware Shariat
अनवारे शरीअत

सवाल
: - रसूल और नबी कौन होते हैं ?


जवाब : - रसूल और नबी खुदाये तआला के बन्दे और इन्सान होते हैं । अल्लाह तआला ने उनको इन्सान की हिदायत के लिए दुनियां में भेजा है । वह बंदों तक खुदाये तआला का पैगाम पहुंचाते हैं । मुअजिज़े दिखाते हैं और गैब की बातें बताते हैं  झूट कभी नहीं बोलते वह हर गुनाह से पाक साफ होते हैं । उनकी तादाद कुछ कम व बेश एक लाख चौबीस हज़ार या तकरीबन दो लाख चौबीस हज़ार है , सब से पहले नबी हज़रते आदम अलैहिस्सलाम हैं और सबसे आखिरी नबी हमारे पैगम्बर हज़रत मुहम्मद मुसतफा सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम हैं ।


सवाल : - क्या हम हिन्दुओं के पेशवावों को नबी कह सकते हैं ?


जवाब : - किसी शख्स को नबी कहने के लिए कुरआन व हदीस से सुबूत चाहिए और हिन्दुओं के पेशवावों के नबी होने पर कुरआन व हदीस से कोई सुबूत नहीं मिलता इस लिए हम उन्हें नबी नहीं कह सकते ।


📗अनवारे शरीअत, सफा 13

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